Dosti Shayari
एक चाहत होती है दोस्तो के साथ जीने की जनाब, वरना हमे भी पता मरना अकेले ही है।
सोचता हूँ दोस्तो पर मुकदमा कर दूं, कम से कम इसी बहाने मुलाकात तो होगी।
चंद लम्हो की जिंदगी है, नफरत से ज़िया नही करते, दुश्मनो से गुज़ारिश करनी पड़ती है, क्योंकि दोस्त तो अब याद किया नही करते।
एक सच्चा दोस्त बारिश की तरह नही होता, जो आया और चला गया, सच्चा दोस्त तो एक हवा की तरह है, जो साथ रहता है पर दिखाई नही देता, बस उसे महसूस कर सकते हो।
दोस्त बस एक बनाना, जो तुम्हारे अल्फाज़ो से ज़्यादा, तुम्हारी खामोशी समझे।
bahut hi khoobsurat shayariyaan likhi hai apne. dil kush kar diya ji…